
उत्तराखंड में हर महीने छह करोड़ रुपये की साइबर ठगी हो रही है। साइबर पोर्टल पर दर्ज हो रहीं शिकायतें इसकी तस्दीक कर रही हैं। हर महीने साइबर पोर्टल पर दर्ज होने वाली शिकायतों की संख्या 1150 से अधिक है।
साइबर अपराध के प्रति जागरूकता को लेकर सोमवार को ‘हिन्दुस्तान’ कार्यालय में वर्कशॉप आयोजित हुई। साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून के उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा ने साइबर सुरक्षा के तरीके बताए। उन्होंने कहा कि साइबर ठगी सबसे बड़ी चुनौती साबित हो रही है। इससे बचने के लिए लोगों को खुद सजग होना होगा।
साइबर ठगी मुख्यत: पांच प्रकार की है, जिसमें बैंकिंग या कार्ड फ्रॉड, मोबाइल फ्रॉड, सोशल मीडिया फ्रॉड, कंप्यूटर से जुड़े फ्रॉड और महिला-बाल अपराध शामिल हैं। साइबर ठगी में खाते से कटी रकम में से महज आठ से दस फीसदी ही वापस मिल पाती है।
शेष रकम वापस दिलाना मुश्किल होता है। यह रकम भी उन लोगों को मिलती है, जिन्होंने ठगी के बाद समय रहते शिकायत दर्ज कराई। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल के निर्देश पर सोमवार को यह कार्यक्रम हुआ।