अयोध्या में मंदिर बनने के बाद लोगों ने शुरू किया ये बिजनेस, 2000 रुपये तक में मिल रही रहने की जगह

अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। देश ही नहीं विदेश से हजारों लोग अब मंदिर दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में पर्यटन और कारोबार के अन्य माध्यमों को देखते हुए कई कंपनियां अब अयोध्या पहुंच रही हैं। इसमें कई नामी होटल व्यवसाय से जुड़ी कंपनियां शामिल हैं। इसके अलावा अयोध्यावासियों ने राम भक्तों की बढ़ती तादात को देखते हुए होमस्टे का बिजनेस भी शुरू कर दिया है।

मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद कई दिग्गज होटल कंपनियां अयोध्या में अपनी शाखाएं खोलने जा रही हैं। मौजूदा समय में अयोध्या में होटल के लिए करीब 50 प्रमुख प्रोजेक्ट काम कर रहे हैं। वहीं अयोध्या में लगभग 100 से अधिक होटल हैं। उम्मीद की जा रही है कि अयोध्या में आने वाले दिनों में हर दिन एक लाख लोग पहुंचेंगे। इसी को देखते हुए कई नामी कंपनियां अपने होटल वहां खोलने जा रही हैं।

अभी अयोध्या में होटल के एक रूम का किराया बहुत महंगा हो गया है। ऐसे में आने वाले दिनों में होटल बिजनेस में बड़ा बूम देखने को मिल सकता है। होटल के साथ ही यहां पर गेस्ट हाउस के अलावा धर्मशाला और होमस्टे की भी मांग बढ़ रही है। इसी के मद्देनजर ताज, ओबेरॉय से लेकर रेडिसन तक यहां होटल बनाने के लिए काम कर रही हैं।

लोग अपने घरों को बना रहे होमस्टे

श्रद्धालुओं की बढ़ती तादाद को देखते हुए अयोध्या में बड़ी संख्या में लोगों ने होमस्टे खोलने के लिए आवेदन दिया है। अयोध्या विकास प्राधिकरण (ADA) के अधिकारियों के अनुसार, पिछले एक साल में 600 घरों ने होमस्टे प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया है। इनमें से 464 को प्रमाणपत्र प्रदान किया गया है और उन्होंने परिचालन शुरू कर दिया है। यूपी सरकार स्थानीय लोगों को अपने घरों में होमस्टे खोलने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, ताकि उन्हें आजीविका प्रदान की जा सके। सरकार ने होमस्टे को “गैर-व्यावसायिक उद्यम” के रूप में चिन्हित किया है। इससे होमस्टे को किसी भी वाणिज्यिक कर का भुगतान करने से छूट मिलती है। सरकार की इस पहल से बड़ी संख्या में लोग होमस्टे खोलने को प्रेरित हो रहे हैं।

एडीए के सलाहकार और होमस्टे योजना के नोडल अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें अगले साल तक कम से कम 1000 होमस्टे तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है। इसका उद्देश्य शहर की प्रति व्यक्ति आय में इजाफा करना है। अयोध्या में कोई बड़ी इंडस्ट्री या कारखाने नहीं हैं, इसलिए यह आय का एक अच्छा स्रोत साबित होगा। मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या में प्रतिदिन करीब 1,00,000 तक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

सिंह ने बताया कि 2 से 5 कमरों के साथ लोग अपने घरों में होमस्टे खोल सकते हैं। वे एक कमरे के लिए 1,500 से 2,500 रुपये प्रतिदिन का शुल्क ले सकते हैं। इसके अलावा अयोध्या के आसपास के गांवों में “ग्राम पर्यटन” को बढ़ावा देने के लिए कुच्चा या मिट्टी के घरों को लाने की भी योजना है। अब तक 18 लोगों ने इसके लिए आवेदन किया है, जिसमें से 2-3 को प्रमाणपत्र दिए गए हैं। होमस्टे के कॉन्सेप्ट से लोकल फूड को भी बढ़ावा मिलेगा।

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