देहरादून में स्वतंत्र पत्रकार पंकज मिश्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में राजपुर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने पैसों के लेनदेन से जुड़े विवाद को आधार बनाते हुए अमित सहगल निवासी विजयपुर गोपीवाला अनारवाला और उसके दोस्त पार्थोशील निवासी बावड़ी, गोरेगांव ईस्ट, मुंबई के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों आरोपियों और मृतक के बीच लंबे समय से आपसी जान-पहचान थी और पैसों को लेकर विवाद चल रहा था। आरोप है कि इसी विवाद के चलते 15 दिसंबर की रात पंकज मिश्रा के साथ बेरहमी से मारपीट की गई।
घर में घुसकर की गई मारपीट
मृतक के भाई अरविंद मिश्रा (निवासी आलोक नगर, अहिबरनपुर, सीतापुर रोड, लखनऊ) द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार, 15 दिसंबर की रात करीब 10 बजे अमित सहगल अपने कुछ साथियों के साथ गैंग बनाकर दून विहार, जाखन स्थित पंकज मिश्रा के घर पहुंचा। आरोप है कि आरोपियों ने गाली-गलौच करते हुए जान से मारने की नीयत से मारपीट शुरू कर दी।
तहरीर में कहा गया है कि अमित सहगल ने पंकज मिश्रा के सीने और पेट पर लात-घूंसे मारे, जिससे उन्हें गंभीर अंदरूनी चोटें आईं और उनके मुंह से खून निकलने लगा। आरोप है कि साथ आए एक युवक ने कहा कि पंकज मिश्रा हार्ट और लीवर के मरीज हैं, इसलिए पेट और सीने पर मारो। इसके बाद आरोपियों ने उनका मोबाइल भी छीन लिया।
पत्नी से बदसलूकी, मोबाइल छीना
घटना के दौरान जब पंकज मिश्रा की पत्नी लक्ष्मी ने अपने मोबाइल से पुलिस को सूचना देने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उनका मोबाइल भी छीन लिया और उनके साथ बदसलूकी कर मौके से फरार हो गए। इसके बाद पंकज मिश्रा ने एक राहगीर के फोन से पुलिस को घटना की जानकारी दी।
दर्द से कराहते हुए मौत
परिजनों के अनुसार, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मेडिकल और तहरीर देने को कहा था, लेकिन गंभीर चोटों और भय के चलते रात में अस्पताल नहीं जाया जा सका। 16 दिसंबर की तड़के करीब 3 बजे पंकज मिश्रा ने तेज दर्द की शिकायत की और कुछ ही देर में अचेत होकर गिर पड़े। एंबुलेंस से उन्हें दून अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दोबारा पोस्टमार्टम, रिपोर्ट का इंतजार
बुधवार को डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा पंकज मिश्रा का पोस्टमार्टम किया गया। पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
घटना से पहले सोशल मीडिया पोस्ट
घटना से पहले पंकज मिश्रा ने मुख्यमंत्री सहित कुछ अधिकारियों और परिचितों को लेकर एक सोशल मीडिया पोस्ट की थी, जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने एक दूसरा पोस्ट लिखकर दावा किया कि उन्हें शराब पिलाकर राजनीतिक षड्यंत्र के तहत उनके फोन और सोशल मीडिया का दुरुपयोग किया गया और सम्मानित व्यक्तियों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा लिखवाई गई। उन्होंने इस पूरे मामले का जल्द खुलासा करने की बात भी कही थी।
शादी समारोह से जुड़ा विवाद
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि पंकज मिश्रा कुछ दिन पहले अमित सहगल की बेटी की शादी में शामिल हुए थे। उसी शादी में अमित सहगल का दोस्त पार्थोशील मुंबई से आया हुआ था। 15 दिसंबर को दोनों पंकज मिश्रा के घर पहुंचे थे। शराब पीने के दौरान पहले पार्थोशील और पंकज मिश्रा के बीच बहस हुई, जिसमें कथित तौर पर पंकज मिश्रा ने पार्थोशील की ओर गिलास फेंका। इसके बाद अमित सहगल ने आपा खोते हुए पंकज मिश्रा के साथ मारपीट की।
लिव-इन संबंध और आरोप
पुलिस के अनुसार, पंकज मिश्रा अपनी पत्नी लक्ष्मी के साथ लंबे समय से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। मृतक के भाई अरविंद मिश्रा ने आरोप लगाया कि अमित सहगल दबंग और ब्लैकमेलर प्रवृत्ति का व्यक्ति है और उसके दबाव में पहले गलत मेडिकल रिपोर्ट बनाई गई थी, जिसके चलते दोबारा पोस्टमार्टम कराना पड़ा।
फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और मामले से जुड़े सभी पहलुओं की गहन जांच जारी है। पत्रकार संगठनों ने इस घटना पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।