लोकमाता अहिल्याबाई शिव भक्त और पुण्यश्लोका के रूप में भारत के जन-जन में विख्यात हैं। उन्होंने देश की अनेकानेक तीर्थ नगरिथों में घाट, मन्दिर, बावड़ी और धर्मशालाओं का निर्माण कर भारत की एकात्मता का मार्ग प्रशस्त किया। देवभूमि उत्तराखण्ड में जनप्रिय, दूरदृष्टा कुशल प्रशासक.