यमुनोत्री लैंडस्लाइड स्पॉट पर स्निफर डॉग बने रेस्क्यू ऑपरेशन का हिस्सा, यात्रा हुई शुरू

यमुनोत्री पैदल मार्ग पर नौकैंची के समीप सोमवार 23 जून को भीषण लैंडस्लाइड हुआ था. इस लैंडस्लाइड के मलबे में 5 लोग दब गए थे. इनमें 2 लोगों की मौत हो गई थी. एक शख्स को घायल अवस्था में रेस्क्यू किया गया था. दो लोग अभी भी लापता हैं. उनकी खोजबीन आज बुधवार 25 जून को तीसरे दिन भी जारी है. इस बीच यमुनोत्री धाम की यात्रा शुरू कर दी गई है.

आज रेस्क्यू में स्निफर डॉग की मदद ली जा रही है. इसके साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान अपनी जान जोखिम में डालकर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं. जहां लैंडस्लाइड हुआ उस रास्ते के नीचे खतरनाक खाई में रस्सी के सहारे उतरकर रेस्क्यू टीम के सदस्य लापता हुई दो श्रद्धालुओं की खोजबीन कर रहे हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ वन विभाग, पुलिस, राजस्व विभाग के लोग भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं.

इससे पहले सोमवार रात को बारिश के कारण रोका गया रेस्क्यू वर्क मंगलवार सुबह शुरू हुआ था. लेकिन मलबे में दबे एक युवक और एक किशोरी का पता नहीं चल पाया था. उत्तरकाशी के डीएम प्रशांत आर्या सहित एसपी सरिता डोबाल और यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल भी घटनास्थल पर पहुंचे थे. उन्होंने वहां पर अधिकारियों से रेस्क्यू अभियान की जानकारी ली. डीएम ने भूवैज्ञानिकों सहित आपदा प्रबंधन विभाग की टीम को पूरे पैदल मार्ग की ड्रोन के साथ स्थलीय निरीक्षण कर जल्द ही रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए. वहीं मौके पर पूरे अभियान की निगरानी की. मंगलवार शाम तक भी लापता दो लोगों का पता नहीं चल पाया था.

इसके बाद आज तीसरे दिन बुधवार को रेस्क्यू डॉग के माध्यम से भी लापता व्यक्तियों की खोजबीन की जा रही है. इसके अलावा अब धाम की यात्रा भी शुरू कर दी गई है. जिलाधिकारी प्रशांत आर्या ने बुधवार सुबह जनपद मुख्यालय के स्मार्ट कंट्रोल रूप पहुंचकर, यमुनोत्री यात्रा मार्ग के नौकैंची में हुई भूस्खलन के रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली.

यमुनोत्री धाम की यात्रा आज सुबह शुरू नहीं हो पाई थी. दो हजार तीर्थ यात्री अभी भी जगह जगह पर रोके गए थे. अब यात्रा शुरू हो गई है. इससे पहले नौकैंची के समीप हुए हादसे के दिन ही धाम से करीब एक हजार लोग निकाल लिए गए थे. इस दिन एक हजार तीर्थ यात्री वहां पर फंसे हुए थे. इन्हें प्रशासन ने उसी दिन निकाल लिया था. इसके साथ ही बड़कोट, दुबाटा, खरादी सहित अन्य जगहों पर करीब दो हजार से ज्यादा तीर्थ यात्री अभी भी रास्ता खुलने का इंतजार कर रहे थे. यात्रा बंद होने के कारण धाम में सन्नाटा पसरा हुआ था. धाम में केवल कुछ तीर्थ पुरोहित और दुकानदार ही लोग थे.

इधर आज यमुनोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव जानकीचट्टी में एकत्रित सैकड़ों श्रद्धालुओं को यमुनोत्री धाम की ओर भंडेलीगाड़ यमुनोत्री वैकल्पिक मार्ग से भेजने की तैयारियां भी हो रही हैं. सुरक्षा के लिहाज से पुलिस प्रशासन श्रद्धालुओं को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर रहा है.

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